पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने महमूद गजनवी को बताया आक्रमणकारी और लुटेरा, बवाल मचा

पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के महमूद गजनवी को दिए एक बयान के बाद पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है। आसिफ ने एक इंटरव्यू में महमूद गजनवी को एक आक्रमणकारी और डाकू-लुटेरा कह दिया था। आसिफ के इस बयान के बाद गजनवी को अपना हीरो बताने वाले पाकिस्तान की राजनीति में खलबली मच गई है। आसिफ के बयान पर अब पाकिस्तान के पूर्व मंत्री मशाहिद हुसैन ने पलटवार किया है। उन्होंने गजनवी को लुटेरा बताने पर आसिफ पर जमकर हमला बोला।
आसिफ के बयान पर विरोध क्यों?
आसिफ ने कहा था कि ‘महमूद गजनवी आता था और लूटमार करके वापस चला जाता था। हालांकि, हमारे यहां उसे हीरो के तौर पर चित्रित किया जाता है लेकिन मैं उसे हीरो नहीं मानता।’ जिस पाकिस्तान में मिसाइलों के नाम गजनी रखे गए हैं, वहां इस बयान पर बवाल मचना ही था। ख्वाजा आसिफ के बयान को लेकर जब पूर्व मंत्री मशाहिद हुसैन से एक टीवी कार्यक्रम में पूछा गया तो उन्हें इस बयान पर हैरानी जताई और कहा कि इस तरह का बयान तो भारत से आना चाहिए था। उन्होंने आसिफ के बयान को एंटी पाकिस्तानी बताया।
गजनवी को बताया मुसलमानों का हीरो
हुसैन ने कहा, ‘महमूद गजनवी तो मुसलमानों का हीरो है। विद्रोह का प्रतीक है। ये बयान मोदी की तरफ से तो समझ आता है। हिंदुत्व वाले और आरएसएस वाले यही कहते हैं कि वह लुटेरा था।’ पाकिस्तान के हथियारों का जिक्र करते हुए मशाहिद हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान के डीएनए में गजनवी है। आपकी गजनवी मिसाइल है। वह किसके नाम पर है?
हुसैन ने मुसलमानों के लिए अलग देश का सिद्धांत रखने वाले मोहम्मद इकबाल का उदाहरण दिया और कहा कि इकबाल जब 1937 में काबुल के दौरे पर गए थे, तो उन्होंने वहां के बादशाह नादिरशाह का हाथ चूमा था और उनसे कहा था कि वह उनके पीछे नमाज पढ़ना चाहते हैं।
गजनवी के विरोधी एंटी पाकिस्तानी
उन्होंने आगे कहा कि जब काबुल में इकबाल से पूछा गया कि वह कहां जाना चाहते हैं तो उन्होंने गजनी का नाम लिया। इकबाल ने कहा कि वो गजनवी को सलाम पेश करना चाहते हैं। हुसैन ने कहा कि अल्लामा इकबाल जिसे हीरो मानते हैं उसे लुटेरा बताने वाले पाकिस्तान के विरोधी हैं।